कश्ती

कश्ती

बारिश की बूंदो से बना हुआ ,
छोटा सा समुंदर ,
लहरों से भीगती छोटी सी बस्ती,
चलो ढूंढे बरसात में दोस्ती की कुछ यादें,
हाथ में लेकर एक कागज़ की कश्ती |

बारिश

बारिश

ये बारिश आज मुझसे कुछ कह गयी,
आज फिर हमारी बाहों में,
उनकी कमी रह गयी,
एक पल के लिए उसे छुआ मैंने,
और आज फिर उसकी ,
याद बरसात में पानी की तरह बह गयी |